कहानी मेरी"
"मेरे मरने के बाद मेरी कहानी लिखना
इल्ज़ामों में डूबी मेरी जिंदगानी लिखना !
लिखना ये भी कि मेरा दिल तेरी चाहत को तरसता रहा
बहा है कितनी दफा मेरे आँखों से पानी ये भी लिखना !
ज़ब भी तुझे जरूरत थी मेरी
मेरे दिल में था कितना परवाह तुम्हारे लिए ये भी लिखना !
लिखना जरूर कि मुझे बेइंतहा मोहब्बत थी तुमसे
और फिर इस मोहब्बत में मेरी नाकामी लिखना !
लिखना ये भी -तुमने मुझे कभी समझा नहीं
और ना ही थी कभी तुम्हें मेरी परवाह भी लिखना !
मेरी एक -एक पल से तुम ही सिर्फ वाकिफ हो
इसलिए आरजू है मेरी कहानी तुम अपनी जुबानी लिखना "!!
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