रिश्ते "

"जो रिश्तों की एहमियत को एहसास किया है 
उसे चंदन की  तरह संवारा है !
चाहे चंदन  हजार टुकड़ों में ही क्यों ना टूटकर बिखरा है 
खुशबु खुद में समाये रखा है "!!
                               @Sirftum

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