किस्मत"

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           "  किस्मत की लकीरों में तेरे नाम की भी         एक लकीर पाया है मैंने 
तभी तो तेरे बांहों में सुकुन दिल का पाया है मैंने !
हाँ पर ये बे - ख्वाब आँखें रोज रोती है सोंच कर 
तेरे नाम की ये लकीर
 इतना छोटा क्यों पाया है मैंने !!
                                  @sirftum.ap

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