चाहत "

....." गम की बारिश ने भी तेरे नक़्श को धो पाया नहीं 
तूने मुझे खो दिया पर दिल मेरा तुम्हें खो पाया नहीं !
नींद का हल्का गुलाबी सा खुमार है मेरे आँखों में 
हर किसी को लगा देर रात तक शायद मैंने सोया नहीं !
जिसकी वजह से हुई ये हालत मेरी 
वो पत्थर दिल इंसान बिछड़कर
 हमसे कभी रोया नहीं" !!
                  @sirftum.ap

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