तड़प दिल की"

 ऐ दिल सुन-
तू धड़क  तङप  और  तरस 
पर याद रख - तूने प्यार किया है !
गुनाह तेरी छोटी नहीं है 
तेरे जज़्बात - उनके ख़्यालात 
भी तो मिलती नहीं है !!

No comments:

Post a Comment